जज के घर की दीवारों पर किसने लिखे खालिस्तान समर्थन में नारे, पंजाब पुलिस कर रही जांच

Punjab: खालिस्तान का मतलब होता है कि खालसे की सरजमीन। ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के बाद एक अलग सिख राष्ट्र की मांग शुरू हुई थी, जिसके बाद भारत के पंजाब के सिख अलगाववादियों द्वारा प्रस्तावित राष्ट्र को खालिस्तान नाम दिया गया।
अंग्रेजों से आजादी के समय जहां भारत धर्म के आधार पर दो अलग अलग टुकड़ों में बंट गया। वहीं हिंदुओं के लिए भारत और मुसलमानों के लिए पाकिस्तान राष्ट्र बनाया गया था। उसी समय से एक अलग सिख राष्ट्र की मांग भी शुरू हुई थी, जिसके बाद भारत के पंजाब क्षेत्र के सिख अलगाववादियों द्वारा प्रस्तावित राष्ट्र को 'खालिस्तान' नाम दिया गया। लेकिन उनकी यह मांग आजतक पूरी नहीं हुई और एक बार फिरसे जबसे आप की सरकार पंजाब में बनी है, तभी से खालिस्तान की मांग जोर पकड़ रही है। वहीं अब पंजाब के फरीदकोट से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहाँ एक सेशन कोर्ट के जज के घर की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए हैं।
इस मामले में फरीदकोट की एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि, 'एसएफजे कार्यकर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो सामने आया है और दीवारों पर नारे लिखे गए हैं और सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।' वहीं खबर लिखें जानें तक यह बात निकलकर सामने आई है कि सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस हरकत की जिम्मेदारी ली है।
फरीदकोट की एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि पन्नू ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें घर की दीवारों पर नारे लिखे दिखाई दे रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है। वहीं मामला सामने आने के बाद दीवारों पर लिखे नारों को काले रंगे से छुपा दिया गया है।
भारत ने घोषित कर रखा है आतंकवादी
केंद्र सरकार ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को संशोधित UAPA कानून के तहत 1 जुलाई 2020 को आतंकवादी घोषित कर दिया था। जुलाई 2020 में ही पंजाब पुलिस ने अमृतसर, कपूरथला, गुरुग्राम में उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान दिवस मनाने का ऐलान किया था। उसने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा था कि, 'हरियाणा, पंजाब का हिस्सा होगा और पंजाब को भारत से मुक्त कराया जाएगा। वीडियो में उसने कहा था कि गुरुग्राम से अंबाला तक हर एसपी और डीसी कार्यालय में 29 अप्रैल को खालिस्तानी झंडा फहराया जाएगा और हरियाणा खालिस्तान बनेगा।
क्या है खालिस्तान?
खालिस्तान का मतलब होता है कि खालसे की सरजमीन। ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के बाद एक अलग सिख राष्ट्र की मांग शुरू हुई थी, जिसके बाद भारत के पंजाब के सिख अलगाववादियों द्वारा प्रस्तावित राष्ट्र को खालिस्तान नाम दिया गया। 1980 और 1990 के दशक में ये आंदोलन काफी तेज हुआ था, हालांकि 1995 तक भारत सरकार ने इस पर कंट्रोल कर लिया और आंदोलन सिर नहीं उठा सका।
बता दें कि ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए आम लोगों के विरोध में आज भी ये आंदोलन बहुत छोटे रूप में जिंदा है। कुछ भारतीय सिख और प्रवासी सिख आज भी खालिस्तान का समर्थन करते हैं और इसके लिए मुहिम छेड़े हुए हैं।