खंडवा: मुस्लिम समाज ने विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे को जन्मदिन पर भारत माता की तस्वीर भेंट की
यह दृश्य सिर्फ एक जन्मदिन नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम और सामाजिक सौहार्द की मिसाल बन गया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट Khabarbharatnews.Live पर।

राष्ट्रप्रेम, सामाजिक सौहार्द और सद्भाव का ऐतिहासिक उदाहरण बना यह आयोजन
खंडवा | 20 जून 2025
खंडवा जिले में सामाजिक समरसता और राष्ट्रप्रेम की एक अनुकरणीय मिसाल उस समय देखने को मिली, जब वरिष्ठ भाजपा नेता एवं विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे के जन्मदिन पर मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने उन्हें भारत माता की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया। यह आयोजन न केवल जन्मदिवस की शुभकामना का अवसर बना, बल्कि “राष्ट्र पहले, धर्म बाद में” की भावना को जीवंत कर गया।
सादगी और राष्ट्रनिष्ठा से भरा जन्मदिन
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुकेश तनवे ने अपना जन्मदिन बिना केक कटिंग, बिना धूमधड़ाके के सादगी से मनाया। विधायक कंचन मुकेश तनवे और मुकेश तनवे वर्षों से अपने जन्मदिन को सामाजिक समर्पण और राष्ट्र सेवा के रूप में मनाते आ रहे हैं। उनका मानना है कि किसी भी जनप्रतिनिधि के जीवन में राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए – यही दर्शन उनके हर कार्य में परिलक्षित होता है।
मुस्लिम समाज ने दिखाई राष्ट्रभक्ति की मिसाल
इस अवसर पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिला खंडवा के प्रतिनिधिमंडल ने विधायक निवास पहुंचकर मुकेश तनवे को मिठाई खिलाई, पुष्पमाला पहनाई और भारत माता की तस्वीर भेंट कर शुभकामनाएं दीं। प्रतिनिधिमंडल में सईद कुरैशी, रूआब पठान, अकरम खान, मनीष सारसर, अयाज़ खान, साजेदा खान, इल्मुद्दीन सोनी, एडवोकेट फिरोज खान, एडवोकेट अभिषेक मालाकार, वहीद खान, असलम खोकर सहित अनेक गणमान्य नागरिक शामिल रहे।
प्रतिनिधियों ने कहा कि मुकेश तनवे की राष्ट्रनिष्ठा और धर्मनिरपेक्ष कार्यशैली ने मुस्लिम समाज को भी गहराई से प्रभावित किया है। उनकी सभाओं में भारत माता की आरती और तिरंगे के प्रति सम्मान समाज के सभी वर्गों के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत करता है।
राष्ट्रप्रथम की भावना – तनवे दंपती की कार्यशैली की पहचान
ज्ञात हो कि मुकेश तनवे एवं विधायक कंचन तनवे ने समय-समय पर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भारत माता की आरती का आयोजन कर जनसंवाद और एकता का संदेश दिया है। उनका स्पष्ट मानना है –
“अगर देश मजबूत होगा, तो हर समाज मजबूत होगा।”
इसलिए उनका हर कार्य राष्ट्रसेवा को समर्पित होता है, चाहे वह धार्मिक हो, सामाजिक हो या राजनीतिक। उनके इस विचार ने आज पूरे खंडवा जिले में उन्हें एक सच्चे जनसेवक की पहचान दिलाई है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह सौहार्द
इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रही हैं। लोग इस पहल को "खंडवा की धरती पर राष्ट्रीय एकता का आदर्श उदाहरण" कह रहे हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों ने इस घटना को प्रेरणादायक बताया है।
यह रहा विशेष:
जन्मदिन पर बिना केक, बिना तामझाम के सादगीपूर्ण आयोजन
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों द्वारा भारत माता की प्रतिमा भेंट
सभी धर्मों के लोगों द्वारा राष्ट्रप्रेम को प्राथमिकता देने की भावना
विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे की राष्ट्रहित समर्पित छवि की सराहना
भारतीय लोकतंत्र कि सजीव व्याख्या
खंडवा में मनाया गया यह जन्मदिवस एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बन गया। जब मुस्लिम समाज भारत माता की प्रतिमा भेंट करता है और हिंदू नेता उसे गर्व से स्वीकार करता है — तो यह दृश्य भारतीय लोकतंत्र और संविधान की सजीव व्याख्या बन जाता है। मुकेश तनवे और विधायक कंचन तनवे की यह सोच आने वाले समय में समाज के सभी वर्गों को एकसूत्र में बाँधने की दिशा में मजबूत आधारशिला साबित होगी।