खंडवा: छेड़छाड़ की पीड़िता ने दम तोड़ा, आरोपी के बेटे ने दशहरे के दिन पेट्रोल डालकर लगाई गई थी आग

पिता के खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश की शिकायत पुलिस को करने से नाराज आरोपी के बेटे ने पीड़िता के ऊपर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी, 6 दिन इंदौर के एमवाय अस्पताल में संघर्ष के बाद जिंदगी की जंग हार गई पीड़िता। लोगों में आक्रोश..परिजन ने कहा आरोपी पिता पुत्र को हो फांसी की सजा..

खंडवा: छेड़छाड़ की पीड़िता ने दम तोड़ा, आरोपी के बेटे ने  दशहरे के दिन पेट्रोल डालकर लगाई गई थी आग
दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत करने पद पीड़िता को गंवानी पड़ी जान

दशहरे पर होने वाले रावण के पुतले के दहन से पहले दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी के बेटे ने पीड़िता पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी, आरोपी के जेल से छूटने के बाद भी पीड़िता के परिवार पर किया था हमला..

(इंदौर के एम.वाय. अस्पताल का फाइल फोटो)

दशहरे के दिन पेट्रोल डालकर जलाई गई छेड़छाड़ पीड़िता ने गुरुवार देर रात इंदौर के एमवाय अस्पताल में आखिरी सांस ली। छठवें दिन इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पीड़िता के वकील एवं पिता ने इस हृदय विदारक घटना की पुष्टि की। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतका का शव खंडवा लाया जाएगा।

इलाज के दौरान छठवें दिन हुई मौत

दशहरे के दिन पेट्रोल डालकर जलाई गई छेड़छाड़ पीड़िता ने गुरुवार देर रात इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पीड़िता के वकील ने इस दर्दनाक खबर की पुष्टि की है। मृतिका के पिता ने दूरभाष पर बात करते हुए आरोपी पिता-पुत्र दोनों को मौत की सजा देने मांग की है।

खंडवा से इंदौर तक संघर्ष

12 अक्टूबर की घटना के बाद पीड़िता को खंडवा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां मजिस्ट्रेट ने उसके बयान दर्ज किए थे। हालत बिगड़ने पर उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन वह जीवन की इस लड़ाई में जंग हार गई।

बदले की भावना से दिया घटना को अंजाम



पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि उसने मांगीलाल नामक व्यक्ति के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद बदले की भावना से मांगीलाल के बेटे अर्जुन ने पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी।

आरोपी पहले से जेल में बंद

घटना के अगले दिन पुलिस द्वारा आरोपी अर्जुन को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। शुरुआत में उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था, लेकिन अब पीड़िता की मौत के बाद आरोप हत्या में बदल जाएगा।

न्याय की कीमत जान से चुकाई

पीड़िता ने एक साहसी कदम उठाते हुए छेड़छाड़ (दुष्कर्म के प्रयास) की शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन न्याय मांगने की इस प्रक्रिया में उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। यह घटना समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक महिलाएं न्याय पाने के संघर्ष में इस प्रकार से शिकार होती रहेंगी?

खंडवा और प्रदेश में शोक की लहर

इस दर्दनाक हादसे ने खंडवा और प्रदेश में शोक की लहर दौड़ा दी है। लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, और पीड़िता के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं।