तीन दिन के नौनिहाल को माता-पिता ने पैसों के लिए बेचा। ऐसे हुआ खुलासा। जानिए...
महिला आयोग के अनुसार बच्चे के बदले उसके मां बाप को 5 लाख रूपये देने की बात हुई थी। जिसमें से 20,000 रुपये तुरंत लेकर बच्चा दे दिया था और बाकी 4.80 लाख रुपया बाद में देने का वादा किया गया, बच्चे की मां ने 181 महिला हेल्पलाइन पर उसके बच्चे को खरीदने वाली महिला से शेष राशि दिलवाने के लिए आयोग से सहायता मांगी जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
नवजात को बेचने वाली उसकी मां ने महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर उसके बच्चे को खरीदने वाली महिला से शेष राशि दिलवाने के लिए आयोग से सहायता मांगी। जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। आइए आपको बताते है क्या है पूरा मामला:
दिल्ली महिला आयोग की टीम ने एक ऐसे बच्चे को बरामद कराया है। जिसे उसके ही मां-बाप ने मात्र 3 दिन की उम्र में बेच दिया था। परंतु खरीददार ने इस डील का जब पूरा पैसा नही दिया तो खुद बच्चे की मां पूरा पैसा न मिलने पर शिकायत के लिए दिल्ली महिला आयोग के पास पहुंच गई। जिसके बाद इस पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। दिल्ली महिला आयोग द्वारा 8 महीने पहले बिके इस बच्चे को रेस्क्यू करा लिया गया है और आयोग ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज करा दी है। बता दें कि दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर एक 8 महीने के ऐसे बच्चे को रेस्क्यू किया है जिसे उसके ही माता-पिता ने केवल तीन दिन की आयु में बेच दिया था।
5 लाख रुपये में हुआ था सौदा ...
महिला आयोग के अनुसार बच्चे के बदले उसके मां बाप को 5 लाख रूपये देने की बात हुई थी। जिसमें से 20,000 रुपये तुरंत लेकर बच्चा दे दिया था और बाकी 4.80 लाख रुपया बाद में देने का वादा किया गया लेकिन 7 महीने बीत जाने के बावजूद भी शेष राशि बच्चा खरीदने वालों द्वारा नही दी गई। जिसके बाद मदद की गरज से बच्चे की मां ने शेष राशि दिलवाने के लिए आयोग से संपर्क किया। बच्चे की मां ने 181 महिला हेल्पलाइन पर उसके बच्चे को खरीदने वाली महिला से शेष राशि दिलवाने के लिए आयोग से सहायता मांगी जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है।
पहले टीम भेज कर समझा मामला...
कॉल सेंटर से सूचना मिलने के बाद आयोग द्वारा मामले को पूरी तरह से समझने के लिए तुरंत अपनी एक टीम को उस महिला के पास भेजा गया, जिसके बाद पता चला कि बेचे गए बच्चे के माता-पिता के पहले से ही 4 बच्चे थे और वह अब संतान नहीं चाहते थे जिसके कारण बच्चे की मां गर्भपात कराना चाहती थी। सोनिया नाम की उसकी एक सहेली ने उसे गर्भपात कराने से रोका और बताया कि अगर वह बच्चे को जन्म देती है, तो उस बच्चे को बेचकर उसको अच्छी खासी रकम मिल सकती है। सोनिया ने उनसे बच्चे के बदले 5 लाख रुपये देने का वादा किया था जिसके चलते बच्चे के माता पिता अपने बच्चे को बेचने को तैयार हो गए और जन्म होने पर तीन दिन में उन्होंने 20 हजार लेकर बच्चा दे दिया था।
एक महीने तलासने पर मिला बच्चा...
महिला आयोग द्वारा मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के तुरंत बाद थाना मैदान गढ़ी से संपर्क किया और 11 मई को इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई। जिसके बाद आयोग नियमित रूप से दिल्ली पुलिस के साथ मामले में संपर्क में रहा और मामले की जांच में उनकी पूरी सहायता कर बच्चे की तलाश करते रहे। आखिरकार 11 जून को गुरुग्राम के एक गांव से बेचे गए बच्चे को रेस्क्यू कर लिया। दिल्ली पुलिस ने तुरंत ही बच्चे की मां समेत बच्चे की तस्करी और बिक्री में शामिल 8 लोगों को हिरासत में ले लिया है। वहीं पुलिस बच्चे के पिता को भी गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। वह मामले के सामने आने के समय से ही फरार है।
बच्चे की तस्करी दुर्भाग्यपूर्ण स्वाति मालीवाल...
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटना को दुखद बता कर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि माता-पिता ने अपने ही 3 दिन के बच्चे को बेच दिया। दिल्ली पुलिस और दिल्ली महिला आयोग ने बच्चे को सफलतापूर्वक बचाया है। जो अब एक आश्रय गृह में सुरक्षित रखा गया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। लगभग सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। बाल कल्याण समिति को उस बच्चे का उचित और तत्काल पुनर्वास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि तस्करी के मामले हर दिन के साथ बढ़ रहे हैं। परंतु तत्काल एवं कठोर कार्रवाई से ही इन्हें रोका जा सकता है। समाज को ऐसे मामलो को उजागर करना चाहिए क्योंकि यह एक सामाजिक अभिशाप है, सरकार को भी ऐसे मामलो के लिए कठोर दण्ड का प्रावधान करना चाहिए।
लगातार बढ़ रही बच्चे बेचने की घटना...
पहले इंदौर में टीवी फ्रिज और मोटरसाइकिल के लिए नवजात का हुआ सौदा और अब दिल्ली में तीन दिन के बच्चे की बिक्री की घटना सामने आ रही है। ऐसी घटनाएं लगातार समाज में बढ़ रही है। जो एक विकृत मानसिकता का परिचायक है। हो सकता है कि ग़रीबी की वजह से ऐसी घटनाएं हो रही हो। लेकिन यह समाज और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।