Watch: ओंकारेश्वर बाँध हाई अलर्ट पर, लगातार छोड़ रहे पानी, बंद किया हाईवे
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ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 2 मीटर निचे
बाँध के ऊपरी क्षैत्र में बारिश नही थमी तो इंदोर इच्छापुर हाईवे को जोडने वाला मोरटक्का पुल डूबने की संभावना
प्रशासन अलर्ट
नर्मदा नदी का रौद्र रुप देखने के लिये लोग पंहूच रहे नदी किनारे
ईश्वर की माया भी अपरंपार है। कहते है कि झूठ सबसे छिप सकता है, लेकिन ऊपर वाले से नहीं और यह बात वास्तव में सच है। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही झमाझम बारिश ने विकास के उन सभी दावों पर पानी फेर दिया है। जिसे सरकारें अक्सर सुशासन का नाम देकर नाज करती है। धार में 300 करोड़ से बना बांध पहली बारिश नहीं झेल सका और शासन-प्रशासन से जुड़े लोग इस बात पर पीठ थपथपा रहें कि सरकार रात-दिन नहीं सोई, लोगों को मदद पहुँचाने के लिए कटिबद्ध रही। अब सरकारी तंत्र से जुड़े लोगों को कौन समझाए कि आपके रात दिन जगने के पीछे भी खेल है। खेल उसी धन का जिसे पहले बांध बनाने के नाम पर डकार गए और दोबारा अब राहत-बचाव के नाम पर। वहीं दूसरी तरफ बात करें तो मध्यप्रदेश में बारिश का सितम थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसी बीच नर्मदा नदी पर बने बाँधों का जलस्तर बढ़ गया हैं।
बता दें कि पुनासा के नर्मदा नगर में स्थित इंदिरा सागर बाँध के जलस्तर में अचानक पानी की आवक ज्यादा होने से बाँध के 12 गेट खोलकर 11 हजार क्यूसेक पानी प्रतिसेकंड छोडा जा रहा हैं। जिसके कारण ओंकारेश्वर बाँध के जलाशय में पानी की अतिरिक्त आवक बढ़ गई हैं, बाँध के जलाशय में पानी का स्तर 195.89 तक पंहुच गया। जिसके बाद बाँध प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए ओंकारेश्वर बाँध के 18 गेट खोलकर 11 हजार 678 क्यूसेक पानी नर्मदा में प्रतिसेकंड लगातार छोड़ रहें हैं।
ओंकारेश्वर बाँध से भारी मात्रा में पानी छोडे जाने के कारण बाँध के निचले क्षैत्र में खण्ड़वा जिला प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी किया हैं और ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी का जलस्तर सामान्य से करीब 70 फिट ऊपर बह रहा हैं। यहां सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं।
इसके अलावा सार्वजनिक उद्घोषणा केन्द्र से नगर परिषद के द्वारा तीर्थयात्रीयों को सुरक्षित रहने की हिदायत दी जा रही हैं। निचले क्षैत्र में नदी किनारे बसे गांवों में कोटवारों से सुरक्षित एवं सावधान रहने संबंधी लगातार मुनादी कराई जा रही हैं। सुरक्षा की दृष्टि से ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी में स्नान एवं नाव संचालन पर खण्ड़वा जिला कलेक्टर द्वारा रोक लगाई हुई हैं।
नदी के किनारे सभी को किया गया अलर्ट
वहीं मध्यप्रदेश के खण्ड़वा जिले की दो प्रमुख बिजली बनाने की सबसे बडी परियोजना ओंकारेश्वर बांध एवं इंदिरा सागर बाँध परियोजना लबालब भर गई हैं। इससे बांध के डाउन स्ट्रीम में नर्मदा का जल स्तर करीब 70 फिट तक बढ़ गया है। ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन के पावर स्टेशन एवं बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ के के.एस पांडे ने बताया कि वर्षा के रूप को देखते हुए गेट खोले गए हैं। डाउनस्ट्रीम के सभी जिला प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। लोगों और नाविकों को नर्मदा और बांध क्षेत्र से दूर रहने की ताकीद दी गई है।
वहीं ओंकारेश्वर में नगर परिषद की ओर से लाउडस्पीकर पर लगातार लोगों को नर्मदा नदी के नजदीक नहीं जाने की चेतावनी दी जा रही है। एनएचडीसी प्रबंधन ने 24 घंटे पहले से ही बांध के गेट जरूरत के अनुसार खोलने की सूचना जारी कर दी थी।
इधर लगातार हो रही बारिश के चलते इंदिरा सागर बांध भी लबालब भरा हुआ हैं। बाँध का निर्धारित जलस्तर रखने के लिए यहां के 12 गेट खोलकर हजारों क्यूसेक पानी प्रतिसेंकड नर्मदा में छोडा जा रहा हैं।
एनएसडीसी प्रबंधन द्वारा आज जल स्तर और ऊपरी क्षेत्र से आने वाले पानी की मात्रा का आकलन कर गेट ओर खोलने की संभावना पर विचार कर आगामी रणनीति तय की जाएगी।
नर्मदा किनारों पर प्रशासन का अलर्ट
खण्ड़वा कलेक्टर के निर्देश पर पुनासा एसडीएम सहित स्थानीय प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है एवं प्रशासन एहतियातन कई कदम उठा रहा है। ओंकारेश्वर बाँध के ऊपरी क्षैत्र में बने बांधो के गेट खोले जाने के पश्चात पानी ओंकारेश्वर बांध तक पहुंचने लगा हैं। जिसके चलते पुलिस प्रशासन पूर्ण तरीके से मुस्तैद है और किसी भी तरह की कोई हानि ना हो उसको लेकर इस समय युद्ध स्तर पर लोगों को सुरक्षित रहने एवं एहतियात बरतने संबंधी कदम उठाने में लगा हुआ है।