खंडवा रेलवे स्टेशन पर बम की अफवाह से हड़कंप, कामायनी एक्सप्रेस की एक घंटे तक चली जांच

"खंडवा रेलवे स्टेशन पर भोपाल कंट्रोल रूम से बम की सूचना मिलने पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गईं। कामायनी एक्सप्रेस की एक-एक बोगी की तलाशी ली गई, पर कुछ संदिग्ध नहीं मिला।"

खंडवा रेलवे स्टेशन पर बम की अफवाह से हड़कंप, कामायनी एक्सप्रेस की एक घंटे तक चली जांच
(संकेतक चित्र)
खंडवा रेलवे स्टेशन पर बम की अफवाह से हड़कंप, कामायनी एक्सप्रेस की एक घंटे तक चली जांच

कामायनी एक्सप्रेस में बम की सूचना से खंडवा रेलवे स्टेशन पर मचा हड़कंप

भोपाल कंट्रोल रूम से आया कॉल, एक घंटे की गहन जांच के बाद भी नहीं मिला कुछ संदिग्ध

खंडवा, मध्य प्रदेश | शनिवार, 17 मई 2025

शनिवार की दोपहर खंडवा रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब भोपाल कंट्रोल रूम से एक कॉल आई, जिसमें कहा गया —

“हेलो हेलो 123... हेलो खंडवा... कामायनी एक्सप्रेस में बम है!”

इस कॉल के आते ही रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। कामायनी एक्सप्रेस, जो निर्धारित समय पर खंडवा स्टेशन आने वाली थी, उसकी हर बोगी की तलाशी ली गई। एक घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन में जीआरपी, आरपीएफ, स्थानीय पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें शामिल रहीं।

रेलवे स्टेशन पर मचा हड़कंप, सैकड़ों यात्री डरे-सहमे दिखे

भोपाल से आई कॉल के बाद खंडवा जीआरपी थाना प्रभारी एम.पी. ठक्कर को सूचना दी गई, जिन्होंने तुरंत आरपीएफ और सिटी पुलिस को अलर्ट किया। कुछ ही समय में स्टेशन परिसर को चारों ओर से घेर लिया गया और ट्रेन की बोगियों को खाली कराकर एक-एक सीट, बाथरूम और लगेज एरिया की जांच की गई।

बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड ने की गहन जांच

संवेदनशील सूचना को देखते हुए बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया। सभी यात्रियों को स्टेशन पर उतारकर उनके सामान की बारीकी से जांच की गई। इसके बाद ट्रेन की पूरी बोगियों की तलाशी ली गई।

करीब एक घंटे चली जांच में कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।

जाँच अधिकारियो का आधिकारिक बयान

“हमें भोपाल कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि कामायनी एक्सप्रेस की किसी बोगी में बम हो सकता है। सूचना मिलते ही हमने तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया। पूरी ट्रेन की जांच की गई। कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।”

— एम.पी. ठक्कर, टीआई जीआरपी, खंडवा

क्या थी यह एक शरारत या गहरी साजिश?

हालांकि जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला, लेकिन पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह कॉल अफवाह थी या किसी साजिश का हिस्सा। कॉलर की पहचान के लिए साइबर सेल को जांच में शामिल किया गया है।

पुलिस ने धारा 505 और IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है, और यह पता लगाया जा रहा है कि कॉल करने वाला व्यक्ति कौन था और उसकी मंशा क्या थी।

यात्रियों क़ो पहले डर लगा, फिर पुलिस की सतर्कता देख राहत मिली

घटना के समय ट्रेन में सवार कई यात्री डरे-सहमे दिखे। कुछ ने कहा कि जैसे ही पुलिस ने बम की सूचना दी, उन्हें घबराहट हुई, लेकिन पूरी कार्रवाई शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से की गई।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से टला बड़ा हादसा

हालांकि यह सिर्फ एक झूठी सूचना निकली, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और संयमित कार्रवाई से यह साबित हुआ कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं।