MP Local Body Election 2022 : मध्यप्रदेश में बीजेपी ने खेला है महापौर उम्मीदवारों पर दाव शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सक और गृहणियां है चुनाव मैदान में

भाजपा द्वारा घोषित सूची में जहां हायर सेकेंडरी से एमबीबीएस तक की योग्यता रखने वाले कैंडिडेट शामिल हैं। वहीं पार्टी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षकीय दायित्व निर्वहन करने वालों पर भी भरोसा करते हुवे दांव खेला है।

MP Local Body Election 2022 :

Bhopal: अपने निराले फैसलों और एनवक्त पर नए चेहरों को चुनाव में सामने लाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने 2022 के नगर निगम के होने वाले चुनाव के प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा द्वारा घोषित सूची में जहां हायर सेकेंडरी से एमबीबीएस तक की योग्यता रखने वाले कैंडिडेट शामिल हैं। वहीं पार्टी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षकीय दायित्व निर्वहन करने वालों पर भी  भरोसा करते हुवे दांव खेला है। यही नहीं इस बार भाजपा ने अनारक्षित सीटों पर भी सामान्य वर्ग से उम्मीदवारी जाता रहे नेताओं को दरकिनार कर ओबीसी वर्ग से टिकट दिया गया है। आइए देखते है कौन कैसे बना निगम चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार ...

एल्डरमैन रहे हैं रीवा के प्रबोध. महापौर प्रत्याशी बनाए गए.

51 साल के प्रबोध व्यास बीकॉम तक पढ़े हैं और 1990 से भाजपा से जुड़े हैं। व्यास वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष  हैं। वे नगर निगम रीवा में एल्डरमैन भी रहे हैं। साथ ही जन अभियान परिषद और दूरसंचार व रेलवे उपभोक्ता मंडल के सदस्य भी रह चुके हैं।

बाल्यकाल से संघ से जुड़े है योगेश ताम्रकार

सतना में भाजपा महापौर प्रत्याशी बनाए गए योगेश कुमार ताम्रकार के पिता स्व. शंकर प्रसाद ताम्रकार आरएसएस में क्षेत्रीय प्रचारक रहे हैं। इस कारण 58 वर्षीय योगेश बाल्य अवस्था से संघ से जुड़े रहे हैं। योगेश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सन 1978 से 30 वर्षों तक विभिन्न दायित्व निभाते रहे है, वह संघ का तृतीय वर्ष शिक्षण प्राप्त है। बीकॉम स्नातक योगेश वर्तमान में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

छिंदवाडा में असिस्टेंट कमिश्नर हैं अनंत धुर्वे

बीजेपी के छिंदवाडा महापौर प्रत्याशी अनंत कुमार धुर्वे आदिवासी (परधान) हैं और हायर सेकेंडरी तक शिक्षित हैं। 33 साल से नगरीय प्रशासन विकास विभाग से जुड़कर विभिन्न विभागों में सेवाएं दे रहे साठ साल के धुर्वे वर्तमान में असिस्टेंट कमिश्नर नगरपालिका निगम छिंदवाड़ा में पदस्थ हैं। बीजेपी ने यहां उन पर ही दांव खेला है।

हायर सेकेंडरी पास हैं गीता अग्रवाल

देवास महापौर प्रत्याशी गीता अग्रवाल हायर सेकेण्डरी पास ग्रहणी हैं और 49 साल की हैं। भाजपा ने देवास की अनारक्षित महिला सीट से उन्हें कैंडिडेट बनाया है। उनके समक्ष चुनाव में अपनों को साधने और तालमेल बनाकर चुनावी जंग में सक्रियता रखने की बड़ी चुनौती रहेगी।

राजनीति से जुड़ी रही हैं संगीता

सागर महापौर प्रत्याशी संगीता तिवारी के पति डॉ. सुशील तिवारी भाजपा से जुड़े रहे हैं। वे भाजपा में विभिन्न पदों पर रहे हैं। 59 साल की संगीता गृहिणी एवं समाजसेविका के रूप में सक्रिय हैं। वे पिछले दस सालों से राजनीतिक क्षेत्र में काम कर रही हैं। उनकी स्वच्छ छवि के चलते पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है।

आंगनवाड़ी वर्कर हैं मुरैना महापौर प्रत्याशी 

मुरैना से भाजपा उम्मीदवार बनीं मीना जाटव महिला एवं बाल विकास विभाग में बतौर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कार्यरत हैं। महिला बाल विकास विभाग के अधीन सेवाएं दे रहीं मीना स्नातक और बीएसडब्ल्यू की डिग्री रखती हैं। भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के उपरांत वे अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पद से इस्तीफा देकर चुनाव लडेंगी।

दो बार पार्षद का चुनाव हारी हैं भोपाल महापौर प्रत्याशी

भोपाल की महापौर पद की प्रत्याशी मालती राय दो बार 1999 औह 2009 में पार्षद का चुनाव हार चुकी हैं। वे 2004 में पार्षद चुनीं गई थीं और 2014 में टिकट नहीं मिला था। पति पूर्व अशासकीय शिक्षक कर्मचारी नेता और पूर्व अतिरिक्त शासकीय अधिवक्ता, अपर लोक अभियोजक रह चुके हैं। राय 1980 से भाजपा और संघ में सक्रिय हैं और एमए. बीएड योग्यता रखती हैं। खेती और स्कूल संचालन की जिम्मेदारी भी कल्चुरी समाज से आने वाली 58 साल की मालती राय निभाती हैं। मालती को लंबा राजनैतिक अनुभव और सत्ता संगठन में समन्वय ने ही उम्मीदवार बनवाया है।

पूर्व महापौर रही है माधुरी पटेल गुजराती समाज से आती हैं

बुरहानपुर नगर निगम में भाजपा ने माधुरी अतुल पटेल को उम्मीदवार बनाया है।आपको बता दे माधुरी पटेल पूर्व में भी महापौर रहे चुकी है इतना ही नही उनके पति अतुल पटेल स्वयं भी भाजपा के टिकिट पर महापौर का चुनाव जीत चुके है। माधुरी पटेल की बात की जाए तो उन्होंने बीए किया है ओर OBC वर्ग के गुजराती समाज से आती हैं उनके परिवार का राजनीतिक क्षेत्र में बरसों से नाता रहा है। उनके पति अतुल पटेल 1994 से 1999 तक पार्षद रहे फिर उन्होंने 2004 में भाजपा के टिकट पर महापौर का चुनाव लड़ा जिसे जीत कर भाजपा के प्रथम महापौर कहलाये वही माधुरी पटेल ने भी महिला सीट होने से भाजपा के प्रत्याशी के रूप में अपना भाग्य आजमाया, उन्होंने भी जीत दर्ज कर भाजपा की प्रथम महिला महापौर बनी।

टीचर हैं कटनी महापौर प्रत्याशी

कटनी से भाजपा महापौर की उम्मीदवार बनाई गईं ज्योति दीक्षित ब्राह्मण वर्ग से आती हैं और शिक्षिका के रूप में कटनी में कार्यरत रही हैं। वे महामंत्री महिला मोर्चा हैं और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन की और से छात्रसंघ में सचिव पद पर निर्वाचित रह चुकी हैं। 2010 और 2015 में हुए निगम चुनाव में दो बार वे पार्षद और एमआईसी सदस्य भी रही हैं।

संघ से जुड़े डॉ. जितेन्द्र जामदार अस्थि रोग विशेषज्ञ हैं

जबलपुर नगर निगम के उम्मीदवार बनाए गए अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र जामदार बाल्यकाल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हैं। माताजी उर्मिला ताई विश्व हिन्दू परिषद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थीं जो स्व. अशोक सिंघल तथा स्व. विष्णु हरि डालमिया के साथ राम जन्मभूमि आंदोलन में प्रारंभ से अग्रणी भूमिका में थीं। डॉ. जितेन्द्र जामदार ने संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वाह वर्ष 2000 से 2013 तक किया। कई सालों तक जबलपुर महानगर के संघचालक रहे। विभाग संपर्क प्रमुख और फिर प्रांत संपर्क प्रमुख के दायित्व पर रहे। भाजपा ने उन्हे मैदान में उतारा है।

अनारक्षित सीट पर टिकट ओबीसी के विश्वकर्मा को 

सिंगरौली में भाजपा के महापौर कैंडिडेट चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा बीए प्रथम वर्ष तक पढ़े हैं। वे नगर पालिक निगम सिंगरौली के वार्ड 31 के पार्षद पद वर्ष 2014 में चुनाव जीतकर नगरपालिक निगम सिंगरौली के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। भाजपा ने सिंगरौली की अनारक्षित सीट पर ओबीसी से आने वाले चंद्रप्रताप को टिकट दिया है। यहां कई सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को दरकिनार कर उन पर भरोसा जताया गया है।

पूर्व विधायक की बहु, मायके में सरपंच रह चुकी हैं अमृता यादव

खंडवा जिला महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष अमृता यादव को बीजेपी ने खंडवा महापौर प्रत्याशी बनाया है। एमए, राजनीति शास्त्र की शिक्षा प्राप्त अमृता 37 साल की हैं और सरपंच ग्र्राम पंचायत बिलाखेडी तहसील मुंगावली जिला अशोकनगर की जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर चुकी हैं। उनके ससुर स्वर्गीय हुकुमचंद यादव (पहलवान) खंडवा विधानसभा क्षेत्र से अजेय 4 बार विधायक रहे है। 2008 में परिसीमन के बाद खंडवा विधानसभा अजा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई थी। उनके पति अमर यादव 2 पार्षद और निगम अध्यक्ष रह चुके है।  वे स्वयं पिछले कुछ वर्ष से भाजपा में सक्रिय थी। 

बैरवा समाज के हैं टटवाल

उज्जैन महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल बैरवा अनुसूचित जाति में आते हैं। 48 साल के टटवाल बीए, आईटीआई डिप्लोमा रखते हैं। इनका व्यवसाय विद्यालय संचालन है। वे समाजसेवक के रूप में सक्रिय रहे है। और वर्तमान में प्रदेश उपाध्यक्ष अनेसूचित जाती मोर्चा भाजपा की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं।