खंडवा में भीषण आग: तीन मकान जले, किसान की जिंदा जलकर मौत | Breaking News

खंडवा से 80 किमी दूर नर्मदा नगर थाने के सक्तापुर गांव में मंगलवार तड़के तीन मकानों में आग लगने से किसान सूरज राठौर की जिंदा जलकर मौत। 6 फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटीं।

खंडवा में भीषण आग: तीन मकान जले, किसान की जिंदा जलकर मौत | Breaking News

खंडवा में भीषण अग्निकांड, तीन मकानों में लगी आग

किसान की जिंदा जलकर मौत, घर में अकेला सोता रह गया

6 फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटीं, पूरा सामान जलकर राख

खंडवा जिले के नर्मदानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सक्तापुर में मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे दर्दनाक हादसा हो गया। गांव के तीन मकानों में अचानक आग भड़क उठी। इस भीषण आग में 50 वर्षीय किसान सूरज राठौर की जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना के वक्त सूरज घर में अकेले सो रहे थे, जबकि अन्य घरों के लोग किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

आग इतनी तेजी से फैली कि सूरज राठौर को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिल पाया। देखते ही देखते पूरा मकान आग की चपेट में आ गया और सूरज की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।

6 फायर ब्रिगेड मौके पर, आग बुझाने में भारी मशक्कत

सूचना मिलते ही पुलिस, तहसीलदार और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। आग बुझाने के लिए मूंड़ी, पुनासा, ओंकारेश्वर और संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट से कुल 6 फायर ब्रिगेड बुलाई गईं। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तीनों घरों में रखा अनाज, बिस्तर, कपड़े और घरेलू सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया।

घर में अकेला था मृतक, मां इंदौर में बेटी के पास

सक्तापुर के सरपंच सुनील राठौर ने बताया कि आग तेली राठौर समाज के तीन कच्चे मकानों में लगी। दो घरों के लोगों को समय रहते जगा लिया गया, लेकिन तीसरे घर में अकेले सो रहे सूरज राठौर की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा सका। सूरज की मां कुछ दिनों से इंदौर में बेटी के घर गई हुई थीं।

फायर ब्रिगेड की लापरवाही पर सवाल

ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दमकल वाहनों में पाइप और मोटर पंप नहीं थे, जिससे पानी भरने में दिक्कत आई। पानी खत्म होने पर फायर ब्रिगेड जलाशय से सीधे पानी नहीं भर सकी। मजबूरी में ग्राम पंचायत के टैंकरों और बाल्टियों से ग्रामीणों ने पानी भरकर आग बुझाने में मदद की।

प्रशासन को दी गई सूचना

भाजपा नेता व समाजसेवी दिग्विजयसिंह (संटू) तोमर ने बताया कि मै दिल्ली मे था सुबह 7:20 बजे सरपंच से सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन को अवगत कराया गया। लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि पुराने मिट्टी और लकड़ी के मकान पूरी तरह ढह चुके थे और सारा सामान मलबे में दब गया था।

 यह हादसा न सिर्फ एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि प्रशासनिक तैयारियों पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।