MP: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पंचायत चुनाव में वोट के बदले बांटे गए नोट निकले नकली, रात में लोगों ने की खरीदारी सुबह नकली नोटों ने दुकानदार की उड़ाई नींद।
प्रदेश में आठ साल बाद पंचायत चुनाव हो रहे हैं। पिछले चुनावों में चुने गए सरपंचों को आठ साल का कार्यकाल मिला है। इन लंबे कार्यकाल मे पंचायतों में लाखों रुपये के कार्य हुए, जिसको लेकर सरपंच के चुनाव में लोगों की दिलचस्पी अधिक बढ़ गई। जिले में 255 पंचायतें हैं, जिनमें सरपंच चुने जाने हैं। साथ ही जिला पंचायत व जनपद पंचायत के लिए भी वोट डाले जा रहे है। जिला पंचायत व जनपद पंचायत के सदस्यों का चुनाव प्रचार भी जोर पकड़े हुए हैं। ये उम्मीदवार भी पैसा खर्च करने में पीछे नहीं है। सरपंच चुनाव में वोट पाने के लिए नेता मतदाताओं को पैसे से लेकर जरूरत का सामान भी उपलब्ध करा रहे हैं। यही नहीं कूलर, भूसा, अनाज सहित अन्य सामान भी दिया जा रहा है।
VIRAL VIDEO : ग्वालियर में पंचायत चुनाव में बंटे नकली नोट
आपने चुनाव में वोट बिकते तो कई बार सुना होगा पर किसी चुनाव में नकली नोट देकर वोट खरीदने का अनोखा मामला पहली बार सुना होगा। ग्वालियर में पंचायत चुनाव से एक रात पहले नकली नोट बांटे जा रहे है। ग्राहक द्वारा नकली नोट से सामान भी खरीदा गया। जब दुकानदार ने सुबह उठकर नोट देखे तब उसे इस बात की जानकारी हुई। चुनाव प्रभावित करने के लिए अक्सर प्रत्याशी इस तरह के हथकंडे अपनाते है। चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं ने गांव में जाकर ताकत झोंक दी है। नेता मतदाताओं को राशन से लेकर पशुओं के लिए भूसा तक दिलवाने के वादे कर रहे हैं। उम्मीदवार जीत के लिए लोगों की अलग-अलग तरह फरमाइशों को भी पूरा करने में लगे हैं। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, पैसा भी खूब खर्च कर रहे हैं। मतदाता भी इस मौके का फायदा लेने से नहीं चूक रहे। इस बार प्रचार का तरीका भी काफी बदल गया है, देर रात तक बैठकों का दौर जारी है।
पिछले चुनावों में चुने गए सरपंचों को आठ साल का कार्यकाल मिला
प्रदेश में आठ साल बाद पंचायत चुनाव हो रहे हैं। पिछले चुनावों में चुने गए सरपंचों को आठ साल का कार्यकाल मिला है। इन लंबे कार्यकाल मे पंचायतों में लाखों रुपये के कार्य हुए, जिसको लेकर सरपंच के चुनाव में लोगों की दिलचस्पी अधिक बढ़ गई। जिले में 255 पंचायतें हैं, जिनमें सरपंच चुने जाने हैं। साथ ही जिला पंचायत व जनपद पंचायत के लिए भी वोट डाले जा रहे है। जिला पंचायत व जनपद पंचायत के सदस्यों का चुनाव प्रचार भी जोर पकड़े हुए हैं। ये उम्मीदवार भी पैसा खर्च करने में पीछे नहीं है। सरपंच चुनाव में वोट पाने के लिए नेता मतदाताओं को पैसे से लेकर जरूरत का सामान भी उपलब्ध करा रहे हैं। यही नहीं कूलर, भूसा, अनाज सहित अन्य सामान भी दिया जा रहा है।
वोटरों को लुभाने के लिए पैसे और साड़ी
अभी हाल ही में पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए पैसे और साड़ी के बदले वोट मांगने का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। ये वीडियो जिला पंचायत वार्ड नंबर एक की प्रत्याशी वर्षा जितेन्द्र गुर्जर की पंचायत का है। जहां प्रत्याशी के ससुर भीकम सिंह गांव में महिलाओं को साड़ियां बांटते हुए नजर आ रहे हैं। ये वीडियो सुपावली गांव का बताया गया है। जिसमें प्रत्याशी के ससुर के साथ उनके समर्थक भी ढ़ेरों साड़ियां पकड़े हुए हैं और मतदाताओं के घर -घर जाकर साड़ियां बांट रहे हैं। हालाकिं वोट देने के लिए पैसे भी बांटे जाने की बात सामने आ रही है, लेकिन वीडियो में इसकी पुष्टि नहीं हो रही है। मामला सामने आने के बाद इसी वार्ड से जिला पंचायत सदस्य और सरपंच प्रत्याशी अंजना देवी ने मामले की शिकायत निर्वाचन कार्यालय में कर प्रत्याशी वर्षा की उम्मीदवारी निरस्त करने की मांग की है। निर्वाचन अधिकारियों ने वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है, जल्द ही कार्रवाई का भरोसा दिया है।
अब देखने वाली बात होगी कि आखिर चुनाव में नकली नोट कौन बांट रहा था और ये नकली नोट कहा से लाए गए थे।