MP: देवास भाजपा कार्यालय के सामने कार्यकर्ता ने मिटी का तेल डाल आत्मदाह का प्रयास किया, वीडियो हुआ वायरल
भोजराज सिंह जादौन ने आरोप लगाया कि भाजपा के महामंत्री व जिलाध्यक्ष ने अनारक्षित वर्ग के लिए तय वार्डों में भी आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को पैसा लेकर उम्मीदवार बनाया गया है। जादौन का कहना था की पार्षद टिकट बेचा गया है। हम क्षेत्र के रहने वाले पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
मामला पार्षद टिकट वितरण को लेकर लगे लेनदेन के आरोपों का...
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मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में टिकिट वितरण में भाजपा को पहले ही खूब पसीना बहाना पड़ा था वहीं अब टिकिट वितरण के बाद कार्यकर्ताओं का असंतोष भी खुल कर सामने आने लगा है। जहां कुछ स्थानों पर कार्यकर्ता पार्टी फोरम पर बातचीत या शिकायत कर अपना आक्रोश प्रकट कर रहे है वही कई स्थानों पर विरोध मुखर हो रहा है ऐसा ही एक मामला प्रदेश के देवास में देखने को मिला जहां टिकिट वितरण से नाराज एक कार्यकर्ता ने खुद के ऊपर केरोसिन डालकर खुद को जलाने का प्रयास किया गया। जिसे आसपास मौजूद लोगों द्वारा किसी तरह रोक लिया गया है। आइए जानते है क्या है पूरा मामला ...
मध्यप्रदेश के देवास भाजपा कार्यालय में महापौर टिकट के बाद पार्षदों के टिकट वितरण में भी गड़बड़ी को लेकर असंतोष देखा गया। इस असंतोष के कारण नगर के एक वार्ड के कार्यकर्ता भोजराज सिंह जादौन ने भाजपा कार्यालय के सामने अपने ऊपर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। इस दौरान उसके साथ 70 से 80 कार्यकर्ताओं का हुजूम भी आया था। भोजराज सिंह जादौन को जैसे-तैसे खुद को आग लगाने से रोका गया। भोजराज सिंह जादौन ने आरोप लगाया कि भाजपा के महामंत्री व जिलाध्यक्ष ने अनारक्षित वर्ग के लिए तय वार्डों में भी आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को पैसा लेकर उम्मीदवार बनाया गया है। जादौन का कहना था की पार्षद टिकट बेचा गया है। हम क्षेत्र के रहने वाले पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हमने जिला कार्यालय से लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय भोपाल तक, अपील समिति में भी अपनी बात रखी लेकिन पैसों को लेकर टिकट बेचने के कारण हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में कई वार्ड में भाजपा कैडर के स्थानीय कार्यकर्ता उद्वेलित है और यहां पार्टी को नुकसान हो सकता है।
गौरतलब है कि भाजपा में अप्रत्याशित महापौर प्रत्याशी गीता दुर्गेश अग्रवाल को टिकट देकर महापौर के पद पर चुनाव लड़ाया जा रहा है। जबकि पार्टी में अन्य कई नेता एवं पदाधिकारी भी महापौर के पद को लेकर दावेदारी जाता रहे थे। इस कारण से एडजस्टमेंट करते हुए महापौर के दावेदारों को पार्षदों के टिकट देकर उसके उनका असंतोष खत्म किया जाना पार्टी के जिला महामंत्री मनीष सोलंकी द्वारा बताया जा रहा है। टिकिट वितरण में लेनदेन के आरोप लगाए जाने के बाद आत्मदाह के प्रयास का विडियो वायरल होने के बाद अब देखना यह होगा कि पार्षदों का असंतोष किस लेवल तक पहुंचता है। कही कार्यकर्ताओं में उपजे इस असंतोष का खामियाजा भाजपा को महापौर के चुनाव या अपने पार्षदों की हार के रूप में न देखना पड़े। कयास लगाए जा रहे है कि अब पार्टी से बागी निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या बड़ जाएगी जिनको मनाना भाजपा के लिए फिलहाल मुश्किल होता नजर आ रहा है।