corona vaccination booster dose: 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त में लगेगी बूस्टर डोज, नई रेलवे परियोजना को भी मंजूरी; मोदी कैबिनेट के बड़े फैसले

मुफ्त बूस्टर डोज (ऐहतियाती खुराक) 75 दिन के एक विशेष अभियान के तहत दी जाएगी। इसकी शुरुआत 15 जुलाई से होगी। उन्होंने बताया कि अब तक देश में 199 करोड़ 60 हजार टीकाकरण हुआ है।

corona vaccination booster dose:  18 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त में लगेगी बूस्टर डोज, नई रेलवे परियोजना को भी मंजूरी; मोदी कैबिनेट के बड़े फैसले

बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 18 प्लस के लोगों को फ्री covid बूस्टर डोज लगाने को एवं तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की मंजूरी दी। 116 किमी की ये नई रेलवे लाइन मात्र 4 साल में बनकर तैयार हो जाएगी और इसमें 2798 करोड़ खर्च होंगे।

 देश में 18 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग के लोग सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोविड टीके की बूस्टर डोस (तीसरी एहतियाती खुराक) मुफ्त लगवा सकेंगे। बुधवार को कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। मुफ्त बूस्टर डोज (ऐहतियाती खुराक) 75 दिन के एक विशेष अभियान के तहत दी जाएगी। इसकी शुरुआत 15 जुलाई से होगी। उन्होंने बताया कि अब तक  देश में 199 करोड़ 60 हजार टीकाकरण हुआ है।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी का अमृत काल के अवसर पर एक निर्णय ये भी लिया गया है कि 15 जुलाई 2022 से अगले 75 दिनों तक 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को मुफ्त में बूस्टर डोज दी जाएगी। फिलहाल अभी तक 18 से 59 साल की 77 करोड़ पात्र आबादी में से एक प्रतिशत से भी कम को बूस्टर डोस (ऐहतियाती खुराक) दी गई है। इससे पहले बूस्टर डोस निजी सेंटरों पर सशुल्क ही उपलब्ध था जिसे लगवाने में लोग रुचि नहीं दिखा रहे थे।  हालांकि 60 साल से अधिक उम्र के लगभग 16 करोड़ लोगों तथा स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों में से करीब 26 प्रतिशत लोग बूस्टर खुराक ले चुके हैं।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की मंजूरी दी है। 116 किमी की ये नई रेलवे लाइन मात्र 4 साल में बनकर तैयार हो जाएगी और इसमें 2798 करोड़ खर्च होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस नई रेलवे लाइन से गुजरात और राजस्थान के सीमांत क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को सुविधा मिलेगी। राजस्थान और गुजरात के महत्वपूर्ण स्थान को इससे जोड़ने का काम किया जाएगा। गुजरात के वडोदरा स्थित गतिशक्ति विश्विद्यालय को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलेगा।