Agneepath scheme: अब सेना में 4 साल के लिए भर्ती हो सकेंगे युवा, रक्षा मंत्री राजनाथसिंह ने किया अग्निपथ योजना का ऐलान
अग्निपथ योजना के तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल होंगे और देश की सेवा करेंगे। यह रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। चार साल के बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। देश की सेवा कर चुके ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरियां आरक्षित करने में विभिन्न कारपोरेशंस को भी रुचि होगी।
प्रधानमंत्री की 10 लाख युवाओं को नौकरी देने की घोषणा के साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना की घोषणा की है! अग्निपथ योजना के तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल होंगे और देश की सेवा करेंगे। रक्षा मंत्रालय की यह योजना रक्षा बलों का खर्च कम करने और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। चार साल के बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा, वे अन्य क्षेत्र में नौकरी कर सकेंगे ।
केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को रक्षा बलों के लिए अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा की। इसके लिए सैनिकों को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में भर्ती प्रक्रिया में बड़े बदलाव के लिए अग्निपथ भर्ती योजना' (Agnipath recruitment scheme) का ऐलान किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि अग्निपथ भर्ती योजना के तहत सेना में चार साल के लिए युवाओं को भर्ती कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें नौकरी से छोड़ते वक्त सेवा निधि पैकेज दिया जायेगा। इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। तीनों सेनाओं के प्रमुखों द्वारा पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना का प्रेजेंटेशन भी दिया गया था!. इस योजना के तहत सेना में युवा कम समय के लिए भर्ती हो सकेंगे। इस योजना को अग्निपथ स्कीम नाम दिया गया है। इसके तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल हो सकते हैं और देश की सेवा कर सकेंगे। इससे ज्यादा युवाओं को आर्मी ज्वाइन करने का मौका मिल सकेगा!
अग्निपथ स्कीम हुई लांच
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना चीफ एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में सेना की अग्निपथ स्कीम की लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि अग्निपथ योजना का लक्ष्य सैन्य सेवा की प्रोफाइल को यूजफुल रखा जाए। इससे युवाओं की हेल्थ और फिटनेस लेवल भी अच्छा रहेगा। इस योजना के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराएगा। इससे जीडीपी ग्रोथ में सहायक होगी। बेहतर पैकेज, सेवा निधि पैकेज और डिसएबिलिटी पैकेज की भी घोषणा की गई है। युवा 4 वर्ष देश सेवा करने के बाद अन्य वैकल्पिक रोजगार तलाश कर सकेंगे! इसके चलते उन्हें अन्य रोजगार में आने वाली आयु सीमा की दिक्कत भी नहीं रहेगी!
रक्षा बलों का खर्च होगा कम
अग्निपथ योजना के तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल होंगे और देश की सेवा करेंगे। यह रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। चार साल के बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा और आगे रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। देश की सेवा कर चुके ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरियां आरक्षित करने में विभिन्न कारपोरेशंस को भी रुचि होगी।
आठ देशों के मॉडल का किया अध्ययन
सशस्त्र बलों का शुरुआती अनुमान है कि अगर योजना के तहत अच्छी खासी संख्या में सैनिकों की भर्ती हुई तो वेतन, भत्तों और पेंशन के मद में हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी। रिक्तियां होने की स्थिति में योजना के तहत भर्ती सर्वश्रेष्ठ युवाओं को सेना में बने रहने का अवसर भी मिल सकता है। सैन्य मामलों के विभाग ने योजना बनाने से पहले आठ देशों के इसी तरह के माडल का अध्ययन किया था। सेना में भर्ती होने के लिए अग्निपथ योजना के बाद युवाओं की रूचि बढ़ेगी सिमित समय के लिए युवा आर्मी ज्वाइन कर देश के लिए कार्य कर सकेंगे और 4 वर्ष सेवा के बाद दूसरे स्थानों पर नौकरी के लिए स्वतंत्र होंगे!