भारी बारिश से बद्रीनाथ हाईवे हुआ बंद, जानिए देश के दूसरे राज्यों का क्या है हाल

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 26, 27, 28 और 29 जून को बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 28 और 29 जून को भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है

भारी बारिश से बद्रीनाथ हाईवे हुआ बंद,  जानिए देश के दूसरे राज्यों का क्या है हाल

मानसून की दस्तक एक तरफ जहां कुछ इलाकों में लोगों के लिए गर्मी से राहत देने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ यह कई क्षेत्र के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर रहा है। उत्तराखंड के बद्रीनाथ में बीती रात भारी बारिश हुई जिसकी वजह से बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है। पूरे रास्ते में पहाड़ों से पत्थर गिरने की वजह से रास्ता कई जगह बंद हो गया है। बद्रीनाथ के बिरह और पगलनाले के पास रास्ता बंद हो गया है, यहां इन पत्थरों को हटाने का काम चल रहा है। वहीं बारिश के चलते कश्मीर के श्रीनगर में पारा गिर गया है।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 26, 27, 28 और 29 जून को बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 28 और 29 जून को भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है, जिसे लेकर मौसम विभाग के निदेशक ने सचेत किया है। इस बदलाव को प्रदेश में मॉनसून आने का प्रबल संकेत माना जा रहा है।

तीन दिन भरी बारिश

उत्तराखंड मौसम विभाग के अनुसार, इन तीन दिनों में कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है। 28 जून को नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बारिश के आसार को देखते हुए हल्का भूस्खलन, सड़कें बंद होने, पहाड़ में नदियों, नालों का जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जल भराव की आशंका जताई है।

पूर्वी क्षेत्र में बारिश कम हुई

पूर्वी भारत में बारिश कई इलाकों में देखने को मिल रही है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पिछले एक हफ्ते से हो रही बारिश ने पारा नीचे करने का काम किया है। कई जगहों पर भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बने हुवे हैं। वहां अब बारिश में कमी देखी जा रही है। जल्द ही बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य होने के आसार नजर आ सकते है। वहीं जून माह में दक्षिण भारत में मानसून की बारिश की बात करें तो यहां काफी बारिश देखने को मिली है। बेंगलुरू एयरपोर्ट में भारी बारिश का रिकॉर्ड टूट गया है,यहां पिछले एक महीनेमें रिकॉर्ड 235 मिली मीटर से ज्यादा  बारिश हुई है। इससे पहले लगभग 26 वर्ष पूर्व 1996 में 231.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई थी।

चेन्नई में भारी बारिश हुई

कुछ इसी तरह का हाल दक्षिण भारत के शहर चेन्नई का है। तमिलनाडु में पिछले 72 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। पश्चिमी घाट में मानसून के काफी सक्रिय रहने की बात मौसम विभाग की ओर से कही गई है। महाराष्ट्र के मुंबई में रह-रहकर बारिश हो रही है। सांताक्रूज में 33 मिलिमीटर की बारिश 25 जून की सुबह दर्ज की गई थी। जबकि कोलाबा में शनिवार की सुबह 2 मिलीमटर बारिश हुई थी। फिलहाल इस बार मानसून में अब तक हुई बारिश में यहां कुछ कमी देखने को मिल रही है। जिसके चलते मुंबई महानगर पालिका ने 10 फीसदी पानी कटौती का भी ऐलान किया है क्योंकि बारिश सामान्य से कम हुई है।

उत्तर भारत का ऐसा है हाल

इस सप्ताह की शुरुआत की में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश भारत के हिमालय क्षेत्र में सामान्य से अधिक हुई है। यहां हिमाचल प्रदेश सहित जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में बारिश सामान्य से अधिक होना देखा गया है। पूर्व-पश्चिम भारत में थार के रेगिस्तान में भी मानसून से पहले की अच्छी बारिश देखने को मिल रही है।

फिलहाल जिन क्षेत्रों में कम बारिश हुई है वहां भी आने वाले समय में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।