खंडवा नगर निगम को मिला पर्यावरण पुरस्कार, मुख्यमंत्री ने सराहा पर्यावरण संरक्षण का मॉडल
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खंडवा नगर निगम को पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया। 50 उद्यान और मियावाकी जंगल बना मिसाल।

महापौर अमृता अमर यादव के नेतृत्व और आयुक्त प्रियंका राजावत के कुशल प्रबंधन की पर्यावरणीय सफलता
खंडवा, मध्यप्रदेश।
विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर नगर पालिक निगम खंडवा को प्रदेश के “पर्यावरण पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान खंडवा नगर निगम द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं हरित विकास के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव द्वारा प्रदान किया गया।
पुरस्कार समारोह के दौरान नगर निगम की ओर से यह सम्मान निगम आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत ने ग्रहण किया। यह खंडवा शहर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगी।
महापौर अमृता अमर यादव के नेतृत्व में पर्यावरणीय क्रांति
खंडवा की महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव के मार्गदर्शन में नगर निगम ने पर्यावरण सुधार की दिशा में कई नवाचार किए हैं।
शहर के 50 से अधिक उद्यानों का कायाकल्प कार्य किया गया, जिससे हरियाली और स्वच्छता दोनों को नया जीवन मिला।
दो “जंगल” मियावाकी पद्धति पर विकसित किए गए हैं, जो जापानी तकनीक पर आधारित हैं और शहरी क्षेत्रों में प्राकृतिक जंगल के विकास का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
इन प्रयासों ने खंडवा को न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध बनाया, बल्कि इसे प्रदेश के अन्य शहरों के लिए एक "हरित मॉडल सिटी" के रूप में स्थापित कर दिया है।
निगमायुक्त प्रियंका राजावत की सक्रिय भूमिका
पुरस्कार प्राप्ति के समय नगर निगम की आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत की भूमिका भी सराहनीय रही। उन्होंने निगम की टीम के साथ मिलकर योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर सफलतापूर्वक लागू किया। समाजसेवी श्री सुनील जैन ने बताया कि आयुक्त की सक्रिय निगरानी और कार्यक्षमता के चलते निगम ने कई नवाचारों को समय पर पूरा किया।
समस्त शहरवासियों में हर्ष, नगरभर में बधाई का माहौल
पर्यावरण पुरस्कार मिलने की घोषणा होते ही खंडवा नगर में हर्ष की लहर दौड़ गई। नागरिकों, सामाजिक संगठनों और युवाओं ने नगर निगम की टीम को बधाई दी और इस उपलब्धि को शहर के लिए गौरव का क्षण बताया।
मिसाल बना खंडवा:
खंडवा नगर निगम द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किया गया कार्य न केवल सराहनीय है, बल्कि यह एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में पूरे मध्यप्रदेश के नगरीय क्षेत्रों के लिए मिसाल बन चुका है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रदत्त यह सम्मान नगर निगम की मेहनत, दूरदर्शिता और जनसहभागिता की जीत है।