Friday Violence Day: शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद शहर-शहर उपद्रव , आगजनी, पुलिस पर पथराव और हिंसा
पैगंबर पर नुपुर शर्मा के बयान के नाम पर देश भर के कई शहरों में उपद्रव, नाबालिक बच्चो के हाथ में पत्थर, एक जैसी हिंसा का कारण क्या?...
जिस टीवी डिबेट के बयान को दिए एक पखवाड़े से ज्यादा समय हो गया, जिसमे विरोध के बाद माफी मांग ली गई है साथ ही राजनैतिक दल ने भी कार्रवाई कर दी है बावजूद इसके उस बयान के नाम पर देश में लगातार अराजकता देखी जा रही है।
शुक्रवार को इसी तरह की घटनाएं देश के कई शहरों में देखी गई जब शुक्रवार को मस्जिदों में नमाज के बाद अचानक अच्छी खासी तादात में लोगे प्रदर्शन के नाम पर उपद्रव करने लगे इस दौरान हिंसा का एक नया फॉर्मूला भी देखने को मिला वह यह की इन प्रदर्शनों के नाम पर की गई हिंसा में बड़ी संख्या में नाबालिक बच्चो को आगे किया गया था। देश के अधिकतर स्थानों पर एक जैसे पैटर्न पर हुवे इन उपद्रव के पीछे निहित कारणों के बारे में जानने का प्रयास करते है...
रांची में में 2 की मौत, कर्फ्यू
झारखंड की राजधानी रांची में नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई कथित टिप्पणी के विरोध में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन कर रही भीड़ देखते ही देखते हिंसक हो गई। भीड़ ने आगजनी और पथराव किया जिसके बाद हालात काबू में करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। अब तक इस हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने हिंसाग्रस्त इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है। उपद्रवियों ने रांची में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और कानून व्यवस्था बनाने के लिए मौजूद सुरक्षाबलों पर पथराव किया। पुलिस ने पथराव करने वाली भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं। उपद्रवियों द्वारा किए गए पथराव में रांची के एसएसपी सुरेंद्र झा कुछ अन्य अधिकारी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद, जिला प्रशासन ने बाद में रांची के मेन रोड क्षेत्र में कर्फ्यू लागू कर दिया गया। पथराव के बाद करीब एक दर्जन पुलिस कर्मी और इतनी ही तादात में प्रदर्शनकारी घायल हुवे है जिन्हे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जिसमे दो लोगों की मौत हो गई है।
कई शहरों में प्रदर्शन हुवे हिंसक
शुक्रवार को हुई जुमे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में प्रदर्शन हुआ जिसमे जमकर उपद्रव कर हिंसा फैलाई गई। रांची, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, मुंबई सहित पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों के कई स्थानों में निलंबित भाजपा नेता की टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन हुए। प्रयागराज सहित कई स्थानों में भीड़ देखते ही देखते हिंसक हो गई और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगी, पथराव करने वालों में 10-12 साल के बच्चे बड़ी संख्या में शामिल थे। हिंसा में नबालिकों का प्रयोग कोई अचानक हुई प्रतिक्रिया ना होकर यह एक सुनियोजित ढंग से की गई शाजिस है जिसमे देश के अलग अलग हिस्सों में एक जैसे पैटर्न को एक ही समय पर उपयोग में लाया गया है।
हावड़ा में भाजपा के कार्यालयों को फूंका, थाने पर किया हमला
उपद्रवियों ने कोलकाता से सटे हावड़ा में भाजपा के दो कार्यालयों को निशाना बनाया। पार्टी ने दावा किया कि उलबेड़िया में जिला भाजपा कार्यालय एवं पांचला स्थित कार्यालय में तोड़फोड़ की और फिर उन्हें आग लगा कर जलाया गया। प्रदर्शनकारियों ने डोमजूर के पुलिस थाने पर भी हमला किया, जिसमें 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। उलबेड़िया में पुलिस वैन और पुलिस बूथ में भी आग लगा दी। यहां पथराव से लेकर बम तक फेंके गए। उपद्रव और हिंसा के बाद हावड़ा जिले में हिंसा को फैलने से रोकने के लिए 13 जून को सुबह 6 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है।
यूपी में नमाज के बाद उपद्रव, लाठीचार्ज, सैकड़ों गिरफ्तार
शुक्रवार को हुई जूमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों में मुस्लिमों ने उग्र प्रदर्शन किए। प्रयागराज में प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें जमकर पथराव व आगजनी की। इस दौरान वहां के आइजी व एसएसपी घायल हो गए। प्रयागराज में आक्रोशित भीड़ ने दुकान बाइक में आग लगाने के साथ ही पीएसी के ट्रक में भी आग लगाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग को काबू में किया। पथराव में आइजी व एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। सहारनपुर, देवबंद, हाथरस सहित अंबेडकरनगर में भी पथराव किए गए। पुलिस ने पूरी सख्ती करते हुए उपद्रवकारियों पर नियंत्रण किया। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज समेत छह जिलों में उपद्रव और पथराव करने वाले 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रयागराज से 15, सहारनपुर से 31, देवबंद से 14, हाथरस से 24, अंबेडकरनगर से 23,मुरादाबाद से सात और फिरोजाबाद से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश के डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि सहारनपुर, प्रयागराज समेत जिन जिलों में लोगों ने प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की कोशिश की, पुलिस उनसे सख्ती से निपटी है। अभी कई लोगों की पहचान कर गिरफ्तारियों का दौर शुरू है हर उपद्रव करने कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
दिल्ली में भी भड़काऊ नारों से माहौल बिगाड़ने की कोशिश
दिल्ली में जामा मस्जिद से जूमें की नमाज के बाद निकले कुछ नमाजियों ने भड़काऊ नारे लगाकर लोगों को उकसाने की कोशिश की। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रदर्शन से पल्ला झाड़ लिया। कहा कि उन्हें नहीं पता था कि यहां प्रदर्शन होने वाला है। जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमएआइ) के लोगों के होने की चर्चा से उन्होंने इनकार कर दिया।
यहां भी प्रदर्शन के बहाने उपद्रव
बिहार के आरा में 10 हजार से ज्यादा मुस्लिम सड़क पर उतर आए और रास्ता जाम कर दिया यहां भी अधिकतर बच्चे आगे देखें गए!
महाराष्ट्र के औरंगाबाद, मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा, कर्नाटक के कलबुर्गी और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद समेत कई शहरों में प्रदर्शन हुए उग्र नारे लगाए गए। रैलियां भी निकाली गई।
जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह में मस्जिद में जमा लोगों ने पथराव किया तो हिंदू समुदाय के लोगों द्वारा भी इसका जवाब दिया गया। पड़ोसी देश बांग्लादेश के कई शहरों में भी प्रदर्शन हुए। जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों से बाहर निकले लोगों ने नारे लगाए और बांग्लादेश सरकार से टिप्पणी की निंदा करने और भारतीय सामान के बहिष्कार की मांग की गई।
शुक्रवार को देश के अलग अलग स्थानों पर पूर्व बीजेपी नेता नुपुर शर्मा की कथित टिप्पणी के बाद किए गए प्रदर्शनों में सबसे अहम बात यह रही की अब यह सांप्रदायिक उन्मादी नाबालिक बच्चो को भी अपनी ढाल के लिए प्रदर्शन का हिस्सा बना रहे है वहीं कई लोग अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर उपद्रव करते नजर आए कई स्थानों पर राष्ट्रध्वज पर नारे भी लिखे गए देखे गए थे, बड़ी बात यह है की यह सभी प्रदर्शन हिंसा और उपद्रव एक ऐसे बयान को आधार बता कर किए जा रहे है जिसके लिए संबंधित पर जहां पार्टी ने कार्रवाई कर दी है वहीं खुद उनके द्वारा भी अपने बयान के लिए माफी मांग ली है।