खंडवा को संभाग बनाने की मांग ने पकड़ा जोर, मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा प्रतिनिधि मंडल

बैठक में निर्णय लिया गया कि जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री से शीघ्र मुलाकात करेंगे और खंडवा को संभाग का दर्जा देने के लिए आग्रह करेंगे

खंडवा को संभाग बनाने की मांग ने पकड़ा जोर, मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा प्रतिनिधि मंडल
खंडवा को संभाग मुख्यालय बनाने के लिए आयोजित की गई बैठक के बाद जिला पंचायत परिसर में मौजूद जनप्रतिनिधि एवं गणमान्यजन

खंडवा को संभाग बनाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है

खंडवा शहर को संभागीय मुख्यालय बनाने की मांग पर चर्चा के लिए जिला पंचायत कार्यालय में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि खंडवा को संभाग मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल भोपाल जाकर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से मुलाकात कर बात करेगा। बैठक की अध्यक्षता खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे ने की, जिसमें महापौर अमृता अमर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष पिंकी सुदेश वानखेड़े, चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी और शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

मांग के प्रमुख तर्क

1. भौगोलिक और प्रशासनिक महत्व

खंडवा पूर्व और पश्चिम निमाड़ का केंद्र है।

भोपाल (250 किमी) और इंदौर (120 किमी) से निकटता इसे प्रशासनिक और व्यावसायिक रूप से उपयुक्त बनाती है।

बेहतर रेल और सड़क कनेक्टिविटी के कारण यह क्षेत्र आवागमन के लिए उपयुक्त है।

हवाई पट्टी की उपलब्धता इसे एक और लाभ प्रदान करती है।




2. धार्मिक और पर्यटन महत्व

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जैसे धार्मिक स्थल और हनुवंतिया टापू जैसे पर्यटन स्थल इस क्षेत्र को महत्वपूर्ण बनाते हैं।

दादाजी धूनीवाले आश्रम जैसे आध्यात्मिक स्थल भी खंडवा की पहचान हैं।




3. ऊर्जा और आर्थिक योगदान

खंडवा 4,000 मेगावाट से अधिक ऊर्जा उत्पादन करता है।

जीएसटी और इनकम टैक्स के संभागीय कार्यालय पहले से यहां मौजूद हैं।




4. यातायात और व्यापारिक सहूलियत

खंडवा से देश के प्रमुख शहरों (मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, हैदराबाद) के लिए सीधी रेल सेवाएं उपलब्ध हैं।

प्रस्तावित चार लेन सड़कों से क्षेत्र में यातायात और माल परिवहन में और सुधार होगा।





बैठक में व्यक्त विचार

विधायक कंचन तनवे और महापौर अमृता यादव ने इस मांग को क्षेत्रीय विकास के लिए आवश्यक बताया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुनील बंसल और संरक्षक गुरमीत सिंह उबेजा ने खंडवा को संभाग बनाने के व्यावसायिक और प्रशासनिक फायदों पर प्रकाश डाला।

चैंबर के सदस्य मनोज सोनी ने कहा कि जब तक यह मांग पूरी नहीं होती, तब तक इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।



आगे की योजना

बैठक में निर्णय लिया गया कि जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री से शीघ्र मुलाकात करेंगे और खंडवा को संभाग का दर्जा देने के लिए आग्रह करेंगे। चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और इस मांग पर जोर दिया।

निष्कर्ष

खंडवा को संभागीय मुख्यालय बनाने की यह मांग केवल प्रशासनिक सुविधा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास है। यह कदम न केवल क्षेत्रीय जनता के लिए लाभकारी होगा, बल्कि प्रदेश की प्रगति में भी योगदान देगा। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इस दिशा में क्या निर्णय लेती है।