सनातन का जयघोष! एक ही परिवार के 18 लोग मुसलमान से बनें हिन्दू...

सनातन का जयघोष! एक ही परिवार के 18 लोग मुसलमान से बनें हिन्दू...

एक तरफ वैश्विक स्तर पर हिंदू-मुस्लिम को लेकर माहौल गर्म है और पैगम्बर मोहम्मद पर भाजपा नेता की टिप्पणी के बाद अरब देशों ने भी कड़ा रूख़ अख्तियार किया। लेकिन इधर देश के भीतर लगातार मुस्लिम समुदाय के लोगों का ह्रदय परिवर्तन हो रहा है और वो लगातार 'घर- वापसी' यानी हिन्दू धर्म को अपना रहें हैं। इसी के मद्देनजर मध्यप्रदेश में 15 दिनों के भीतर मुस्लिम से हिंदू बनने का दूसरा बड़ा मामला निकलकर सामने आया है। बता दें कि इस बार रतलाम के आम्बा में 18 लोगों ने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपनाया है। 

आनंदगिरी महाराज के पास जाकर व्यक्त की थी धर्म परिवर्तन की इच्छा...

बता दें कि, "संस्कृति सबकी एक चिरंतन खून रगों में हिन्दू है।" को चरितार्थ करते हुए मोहम्मद शाह ने 3 पीढ़ीयों उपरांत पुनः स्वधर्म अपनाया है और इसके साथ ही वो अब मोहम्मद शाह से राम सिंह बन गए हैं। भीमनाथ मंदिर में महा शिवपुराण की पूर्णाहुति पर गुरुवार को स्वामी आनंदगिरी महाराज के सान्निध्य में सभी ने गोबर और गोमूत्र से नहाकर जनेऊ धारण किया। इसके पहले सभी ने शपथ-पत्र भी तैयार किया। इसमें उन्होंने बिना किसी दबाव के धर्म बदलने की बात लिखी। इससे पहले इस परिवार के मुखिया ने स्वामी आनंदगिरी के पास जाकर धर्म परिवर्तन करने की इच्छा जाहिर की थी।

वहीं मालूम हो कि महज 13 दिन पहले मंदसौर में शेख जफर शेख पिता गुलाम मोइनुद्दीन शेख ने भी हिंदू धर्म अपनाया था और अब वे चेतन सिंह राजपूत के नाम से जाने जाते हैं। उनकी पत्नी पहले ही हिंदू धर्म से हैं। शेख जफर ने भगवान पशुपतिनाथ मंदिर प्रांगण में धर्म परिवर्तन किया था।

जड़ी-बूटियां और ताबीज बेचते हैं मोहम्मद शाह से बनें राम सिंह...

घूम-घूमकर जड़ी-बूटियां और ताबीज बेचने वाले 55 साल के मोहम्मद शाह ने परिवार और रिश्तेदारों के साथ धर्म परिवर्तन किया। इससे पहले वह स्वामी आनंदगिरी महाराज से मिले और धर्म परिवर्तन करने की बात कही। उन्होंने इसकी मंजूरी दी तो शाह ने न्यायालय में शपथ-पत्र बनवा लिए। स्वामी जी ने भीमनाथ मंदिर के पास बने कुंड में पूरे परिवार को गोबर, गोमूत्र से स्नान कराया। जनेऊ धारण कर भगवा वस्त्र पहनाकर जयश्री राम, जय महाकाल और सनातन धर्म के जयघोष के नारे भी लगवाए।

मोहम्मद शाह धर्म परिवर्तन के बाद अब राम सिंह बन गए हैं। उन्होंने बताया कि दो-तीन पीढ़ी पहले उनके परिजन बोदी समाज के होकर पुंगी बजाने का काम करते थे। इसके बाद रोजगार की तलाश में जड़ी-बूटियां बेचने और ताबीज बनाने को लेकर इधर-उधर घूमने लगे और मुस्लिम धर्म अपना लिया था। पिछले कुछ समय से गांव में रहने के बाद से ही हिंदू धर्म में रुचि बढ़ने लगी थी। गांव में महा शिवपुराण कथा के दौरान स्वामी जी से धर्म परिवर्तन की बात कही। अब परिवार व रिश्तेदारों ने मिलकर धर्म परिवर्तन कर लिया है।

हिंदू धर्म अपनाने के बाद सभी को मिला नया नाम...

आखिर में बताते चलें कि धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद शाह का बेटा मौसम शाह अरुण सिंह बन गया है। इसी तरह शाहरुख शाह अब संजय सिंह बन गए। नजर अली शाह बना राजेश सिंह, नवाब शाह बना मुकेश सिंह, पत्नी शायरबी बनी शायरा बाई, बहू शबनम पति शाहरुख शाह बनी सरस्वती बाई, पोता हीरो शाह पिता मौसम शाह बना सावन सिंह।

वहीं, धर्मवीर शाह पिता हुसैन शाह बने धर्मवीर सिंह, उसकी पत्नी आशाबी से आशा बाई बनी। अरुण शाह पिता अर्जुन शाह बने करण सिंह, उनकी पत्नी मीनू बी से मीना बाई बनी। राजू शाह पिता गुलाब शाह बने राजू सिंह, उनकी पत्नी रंजिता शाह से रंजिता बाई बनी। रमजानी पिता लल्लू शाह बने मुकेश सिंह। रुखसाना पति हबीब खान बनी रुक्मणी बाई, अर्जुन शाह बनें अर्जुन सिंह, उनकी पत्नी मुमताज से माया बनी।