MP: मध्यप्रदेश के सागर में मौत के 10 दिन बाद चुनाव जीता शख्स, मृत्यु के बाद आया जीत का परिणाम यहां जाने क्या है पूरा मामला:
मतदान के 10 दिन पहले उम्मीदवार की मृत्यु के बाद जहां प्रतिद्वंदी प्रत्यासी अपनी जीत सुनिश्चित समझ रहे थे वहीं ग्राम पंचायत के मतदाताओं ने अपने सबसे अधिक मत उसी उम्मीदवार को दिए जो अब इस दुनिया में ही नहीं मौजूद है।

सागर की ग्राम पंचायत कजेरा से सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्यासी रविंद्र सिंह ठाकुर की मौत मतदान से 10 दिन पहले हो गई थी। अब मतदान के बाद आए परिणाम में वह अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी से 255 मत ज्यादा पाकर जीत गए हैं।
मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चल रहे है पहले और दूसरे चरण के चुनाव संपन्न हो चुके है अभी एक चरण का चुनाव होना बाकी है ऐसे में दूसरे चरण में संपन्न हुवे पंचायत चुनाव में एक ऐसा परिणाम भी सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हतप्रभ है। जी हां आपको भी जब पता चलेगा कि पंचायत चुनाव में खड़े हुवे एक उम्मीदवार की मतदान के दस दिन पहले ही मृत्यु हो चुकी है परंतु 1 जुलाई को हुए दूसरे दौर के मतदान के बाद आए चुनाव परिणाम में वही उम्मीदवार चुनाव जीत गया वह भी अच्छे खासे मतों के अंतर से।
प्रतिद्वंदी ने जीत पक्की समझ ली थी
मतदान के 10 दिन पहले उम्मीदवार की मृत्यु के बाद जहां प्रतिद्वंदी प्रत्यासी अपनी जीत सुनिश्चित समझ रहे थे वहीं ग्राम पंचायत के मतदाताओं ने अपने सबसे अधिक मत उसी उम्मीदवार को दिए जो अब इस दुनिया में ही नहीं मौजूद है। आपको बता दें कि मृत्यु के बाद चुनाव में जीत का यह अजीबो-गरीब मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले के अंतर्गत आने वाले देवरी विकासखंड की ग्राम पंचायत कजेरा का है। यहां सरपंच पद की दावेदारी करते हुए रविंद्र सिंह ठाकुर चुनावी मैदान में थे। उनके सामने दो अन्य प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहे थे। इसी दौरान चुनाव से ठीक 10 दिन पहले 22 जून को हार्ट अटैक से रविन्द्र सिंह ठाकुर की मौत हो गई। जहां प्रत्याशी की मौत के बाद उनका पूरा परिवार शोक में डूब गया। वहीं 1 जुलाई को हुए मतदान में अधिकतर ग्रामवासियों ने रविंद्र के पक्ष में वोट डाले और 255 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी को परास्त करते हुवे सरपंच का चुनाव रविन्द्र सिंह ठाकुर ने जीत कर सबको आश्चर्य चकित कर दिया।
यह हुआ था चुनाव में
दरअसल अपने चहेते उम्मीदवार की मतदान से दस दिन पहले मृत्यु होने के बावजूद भी जब मतदाताओं ने उसका नाम मतपत्र में देखा तो ज्यादातर वोटरों ने भावुक होकर उसके पक्ष में मतदान करना शुरू कर दिया। इस तरह रविंद्र सिंह ठाकुर की मृत्यु के बाद उसकी जीत हो गई। मतों की गिनती के बाद सामने आए नतीजों के अनुसार ग्राम पंचायत करेरा में सरपंच चुनाव के लिए कुल 1043 वोट मतदाताओं ने किए थे, जिनमें से 512 वोट रविंद्र सिंह ठाकुर को मिले, दूसरे उम्मीदवार चंद्रभान अहिरवार को 257 और तीसरे उम्मीदवार विनोद सिंह को 153 वोट मिले है। इसके अलावा, दो वोट नोटा को गए हैं। बता दें कि, इस ग्राम पंचायत में कुल 1296 मतदाता हैं। इस प्रकार मृत्यु के बाद भी रविन्द्र सिंह ठाकुर ग्राम पंचायत कजेरा के सरपंच निर्वाचित हो चुके है।
पूरा परिवार राजनीति से जुड़ा हुआ है
मृत्यु के बाद भी सरपंच चुनाव जीते प्रत्यासी रविंद्र सिंह का परिवार काफी प्रभावशाली माना जाता है। मृतक इसी पंचायत से पहले भी सरपंच रह चुके हैं। वहीं उनकी भाभी सिमलेश सुरेंद्र सिंह जिला अध्यक्ष रह चुकी हैं। साथ ही उनके बड़े भाई सुरेंद्र सिंह जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रहे हैं। इसी वजह से उनका इलाके में काफी प्रभाव है। इसी कारण से पूरे पंचायत क्षेत्र के लोगों ने सहानुभूति दिखाते हुए रविंद्र की मौत के बावजूद भी उन्हीं को अपना वोट देकर मृत्यु के बाद भी सरपंच बना दिया है।
अब आगे क्या ?
मामले में देवरी क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारी तहसीलदार संजय दुबे का कहना है की अभी परिणाम की अधिकृत घोषणा होना बाकी है अधिकृत परिणाम 14 जुलाई को पूरे प्रदेश में एक साथ घोषित किया जाएगा। चूंकि रविन्द्र के परिजनों ने उनकी मृत्यु की समय रहते सूचना नहीं दी थी इस लिए अब आगे के लिए निर्वाचन आयोग से निर्देशन मांगा जाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वैसे जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में यहां सरपंच का प्रथक निर्वाचन कार्यक्रम जारी होकर पुनः निर्वाचन कराया जायेगा। तब तक निर्वाचित पंचों में से किसी को कार्यकारी सरपंच बनाया जा सकता है।